UPI Charges 2025: RBI & Bank Rules Explained | क्या UPI अब फ्री नहीं रहेगा?

UPI Charges 2025: RBI & Bank Rules Explained | क्या UPI अब फ्री नहीं रहेगा?

भूमिका – भारत की डिजिटल पेमेंट क्रांति का चेहरा

UPI Charges 2025: RBI & Bank Rules Explained | क्या UPI अब फ्री नहीं रहेगा?


भारत में डिजिटल पेमेंट्स का मतलब आज सिर्फ एक ही नाम से है – UPI (Unified Payments Interface).

अगर हम 2015 के दौर को याद करें, तब ऑनलाइन पेमेंट का मतलब था – Net Banking, Debit/Credit Card, और बहुत सी OTP प्रक्रियाएं।

लेकिन 2016 में NPCI (National Payments Corporation of India) ने UPI लॉन्च किया और पूरा खेल बदल गया।

NPCI FULL form( National Payments Corporation of India)

UPI का जादू – बिना चार्ज, बिना झंझट

  • Zero Charges: शुरुआत से ही UPI को उपभोक्ताओं के लिए पूरी तरह मुफ्त रखा गया।
  • Real-time Settlement: 24x7, सेकंडों में पैसा ट्रांसफर।
  • कहीं भी, कभी भी: चायवाले से लेकर शॉपिंग मॉल तक QR कोड स्कैन कर पेमेंट।

आज, NPCI के आंकड़ों के अनुसार (जुलाई 2025):

  • 14.2 बिलियन ट्रांज़ैक्शंस प्रति माह
  • ₹23.4 लाख करोड़ का लेनदेन मूल्य
  • 300+ बैंक और 40+ UPI ऐप्स जुड़े हुए
  • ग्लोबल एडॉप्शन: सिंगापुर, UAE, नेपाल, श्रीलंका में UPI लाइव

और सबसे बड़ी खासियत? 

Zero Cost to Consumers – यानी आप चाहे ₹10 भेजें या ₹10 लाख, आपके लिए शुल्क ₹0।

लेकिन अगस्त 2025 में एक बदलाव ने सभी का ध्यान खींचा –

 ICICI बैंक ने UPI पर बैकएंड फीस लागू की। सोशल मीडिया पर सवाल उठा – "क्या UPI अब फ्री नहीं रहेगा?"


सरकार बनाम RBI – दो अलग-अलग संदेश

1. वित्त मंत्रालय का आश्वासन

जून 2025 में सोशल मीडिया पर वायरल खबर – "UPI पर 1 जुलाई से चार्ज लगेगा" – को देखते हुए वित्त मंत्रालय ने ट्विटर (अब X) पर पोस्ट किया:

“UPI ट्रांज़ैक्शन उपभोक्ताओं के लिए पूरी तरह मुफ्त हैं और रहेंगे। सरकार डिजिटल इंडिया मिशन के तहत UPI को बढ़ावा देती रहेगी।”

2. RBI गवर्नर का चेतावनी भरा बयान

लेकिन, RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने एक वित्त सम्मेलन में कहा:

“UPI का संचालन करने में लागत आती है – सर्वर, सिक्योरिटी, प्रोसेसिंग। कोई ना कोई यह खर्च उठाएगा। सवाल है – उपभोक्ता, व्यापारी, बैंक या सरकार?”

इस बयान ने संकेत दिया कि मुफ्त मॉडल हमेशा नहीं चल सकता।

ICICI बैंक का बैकएंड शुल्क – बदलाव की शुरुआत

ICICI बैंक charge UPI

                ICICI बैंक



1 अगस्त 2025 से ICICI Bank ने पेमेंट एग्रीगेटर्स (PAs) के लिए UPI ट्रांज़ैक्शंस पर प्रोसेसिंग फीस लागू की।

केस चार्ज मैक्सिमम लिमिट
Escrow Account ICICI में 0.02% (₹0.02 प्रति ₹100) ₹6
Escrow Account ICICI में नहीं 0.04% (₹0.04 प्रति ₹100) ₹10
Direct Merchant Account कोई चार्ज नहीं -

पहले बैंकों के लिए UPI ऑपरेशन लागत का बोझ सरकार उठाती थी। अब बैकएंड शुल्क लगाकर बैंक कॉस्ट रिकवरी शुरू कर रहे हैं। बड़े फिनटेक जैसे PhonePe, Razorpay, Paytm सबसे पहले प्रभावित होंगे।

UPI शुल्क – असर किस पर पड़ेगा?

1. पेमेंट एग्रीगेटर्स

  • ICICI चार्ज के बाद उनकी ऑपरेटिंग कॉस्ट बढ़ेगी
  • छोटे स्टार्टअप्स के लिए यह टिकना मुश्किल हो सकता है
  • बड़ी कंपनियां यह कॉस्ट व्यापारी को ट्रांसफर कर सकती है
2. व्यापारी

  • बड़े व्यापारी शायद इसे सह लें
  • छोटे व्यापारी ग्राहकों से 1–2% कंज्यूमर फी जोड़ सकते हैं
  • पहले ही कुछ पेट्रोल पंप और दुकानों पर UPI पर “Extra Charge” नोटिस लगाए जा रहे हैं
3. उपभोक्ता

  • अभी आपके लिए UPI फ्री है
  • लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से व्यापारी यह कॉस्ट आपके बिल में जोड़ सकते हैं
  • उदाहरण: ₹500 की खरीद पर ₹5 “UPI Charge”

UPI इकोसिस्टम की लागत – असली कहानी

1.इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च: 
  • सर्वर हाउसिंग,
  •  24x7 फेल-सेफ सिस्टम, 
  • साइबर अटैक से सुरक्षा
2.NPCI का ऑपरेशन:
  •  NPCI हर ट्रांज़ैक्शन के लिए बैंक-टू-बैंक रूटिंग करता है
  • 14+ बिलियन ट्रांज़ैक्शन संभालने का खर्च भारी है

3.धोखाधड़ी रोकथाम: 
  • Fraud Detection Algorithms, 
  •  AI-based Risk Scoring, 
  • OTP & Multi-Factor Authentication

अगर UPI पर शुल्क लागू हुआ तो क्या होगा?

मॉडल उपभोक्ता पर असर व्यापारी पर असर
Consumer Fee Model हर ट्रांज़ैक्शन पर ₹1-₹2 कोई नहीं
Merchant Fee Model Zero व्यापारी 0.5%–1%
Hybrid Model छोटे ट्रांज़ैक्शन फ्री बड़े पर चार्ज

केस स्टडी

WeChat Pay & Alipay

चीन में QR पेमेंट पर 0.6%–1% फीस व्यापारी से ली जाती है। उपभोक्ता के लिए फ्री। फीस से इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत और Fraud Control बेहतर हुआ।

PayPal (US)

इंटरनेशनल पेमेंट: 3%–5% | डोमेस्टिक बिजनेस पेमेंट: 2%–2.5%। हाई फीस के बावजूद पेमेंट सिस्टम चलता है क्योंकि सर्विस वैल्यू हाई है।



भारत का फायदा

UPI में अभी तक 0% कंज्यूमर फीस है। 2023 में सरकार ने MDR हटाकर व्यापारियों को राहत दी थी, जिसकी वजह से भारत में डिजिटल पेमेंट ग्रोथ तेज है।

2025 में UPI – आंकड़े और ट्रेंड्स

  1. 14.2 बिलियन मासिक ट्रांज़ैक्शंस
  2. ₹23.4 लाख करोड़ का मूल्य
  3. 45% ग्रोथ YoY
  4. ग्रामीण भारत में अपनाने की दर 3 गुना

UPI शुल्क से बचने के टिप्स

  • 1. Direct Bank Apps से पेमेंट करें।
  • 2. एक ही बैंक अकाउंट लिंक करें।
  • 3. छोटे ट्रांज़ैक्शन कैश में करें।
  • 4. Escrow-आधारित पेमेंट से बचें (अगर बिज़नेस है)।


देश पेमेंट सिस्टम चार्ज मॉडल
अमेरिका PayPal, Venmo 2%–3% प्रति ट्रांज़ैक्शन
यूरोप SEPA, Card Payments इंटरचेंज फीस 0.3%–0.5%
चीन Alipay, WeChat Pay 0.1%–0.6%
भारत UPI अभी फ्री (कस्टमर के लिए)
ग्लोबल पेमेंट मॉडल तुलना

क्या UPI फ्री रहेगा? भविष्य की संभावनाएं

1. Consumer Free Model
– उपभोक्ता फ्री, लागत सरकार और बैंक उठाएं।

2. Low Fee Model
– ₹1-₹2 प्रति ट्रांज़ैक्शन बड़े अमाउंट पर।

3. Merchant Fee Model
– उपभोक्ता फ्री, व्यापारी से चार्ज।


अगर कल से चार्ज लग गया तो? – What If Analysis

  1. मान लें ₹1 लाख के UPI पेमेंट पर 0.1% चार्ज:
  2. ₹100 चार्ज
  3. व्यापारी कॉस्ट खुद झेले या ग्राहक से ले – कीमत बढ़ सकती है

  निष्कर्ष

अभी के लिए UPI उपभोक्ताओं के लिए मुफ्त है, लेकिन ICICI का कदम और RBI का संकेत बताते हैं कि बैकएंड पर बदलाव हो रहे हैं।

 भविष्य में Merchant Fee Model लागू हो सकता है, जिससे उपभोक्ता पर अप्रत्यक्ष असर पड़ेगा।

UPI भारत की डिजिटल क्रांति का इंजन है – इसे सस्टेनेबल बनाने के लिए हमें छोटे शुल्क स्वीकारने पड़ सकते हैं।

FAQ - UPI Charges 2025

क्या UPI अब फ्री नहीं रहेगा?

अभी (लेख के अनुसार) उपभोक्ता के लिए UPI फ्री है, पर बैंक/ICICI के बैकएंड शुल्क लागू करने के कदम और RBI के संकेतों के कारण भविष्य में मॉडल बदल सकता है — यानी नि:शुल्क मॉडल हमेशा कायम रहना आवश्यक नहीं है।

ICICI बैंक ने UPI पर क्या बदलाव किया?

लेख के अनुसार 1 अगस्त 2025 से ICICI ने पेमेंट एग्रीगेटर्स (PAs) के लिए UPI ट्रांज़ैक्शंस पर प्रोसेसिंग बैकएंड फीस लागू की है, जिसमें अलग-अलग केसों के लिए अलग दरें बताई गयीं हैं।

ICICI के बताये गए चार्ज्स क्या हैं (दरें)?

लेख में दी गई जानकारी के अनुसार: (a) Escrow अकाउंट ICICI में: 0.02% (₹0.02 प्रति ₹100) — अधिकतम ₹6; (b) Escrow ICICI में नहीं: 0.04% (₹0.04 प्रति ₹100) — अधिकतम ₹10; (c) Direct Merchant Account पर कोई चार्ज नहीं।

ये शुल्क किस पर असर डालेंगे — ग्राहक या व्यापारी?

सीधे उपभोक्ता अभी के लिए मुफ्त रहेंगे, लेकिन पेमेंट एग्रीगेटर्स/बैंकों की बढ़ी हुई कॉस्ट को व्यापारी या फिनटेक कंपनियाँ ग्राहकों पर अप्रत्यक्ष रूप से पास कर सकती हैं (जैसे बिल में अतिरिक्त UPI चार्ज या merchant fee)। छोटे व्यापारी और स्टार्टअप अधिक प्रभावित हो सकते हैं।

RBI और सरकार ने क्या कहा है?

लेख के अनुसार: वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि UPI उपभोक्ताओं के लिए मुफ्त रहेगा, जबकि RBI के गवर्नर ने कहा कि UPI ऑपरेशन की लागत होती है और किसी न किसी को यह खर्च उठाना होगा — जिससे संकेत मिलता है कि मुफ्त मॉडल पर सवाल हो सकता है।

UPI पर चार्जेस से बचने के क्या उपाय दिए गए हैं?

लेख में सुझाए उपाय: Direct bank apps से भुगतान करना; एक ही बैंक अकाउंट लिंक रखना; छोटे लेन-देन कैश में करना; और बिजनेस के लिए Escrow-आधारित पेमेंट से बचना (जहाँ लागू हो)।

यह schema किस स्रोत पर आधारित है?

यह FAQ SelfLearningRahul के लेख "UPI Charges 2025: RBI & Bank Rules Explained" के कंटेंट पर आधारित है।

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